परबत्ता के विधायक डॉ संजीव कुमार और लोजपा के सांसद राजेश वर्मा में क्रडिट लेने के लिए टकराव ।
NDA KHAGARIA के संसद विधायक में शस्त्र उठाने की नौबत। बीते दिन खगरिया जिला में राज्य मंत्रिमंडल ने 460.56 करोड़ रुपये की लागत से मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के निर्माण को मंजूरी दे दी थी जिसका क्रेडिट लेने के लिए NDA के विधायक और संसद अपने मे लड़ गए हैं ।
डॉक्टर संजीव ने अप्रत्यक्ष रूप से खगड़िया सांसद राजेश वर्मा पर जुबानी हमला किये उन्होंने कहा ।

कुछ चिरकुट कहते हैं “मैं करवाया हूं” दुध का दांत अभी नहीं टूटा है सप्लायर वपलायर गलती से यहाँ कुछ बन गया है। सबका औकात दिखा देंगे हम, डॉक्टर हैं हम अच्छे से इलाज करेंगे। यदि हमारे प्रतिष्ठा और आत्मसम्मान पर पड़ा तो शस्त्र भी उठाएंगे! मैं डिसाइड कर लिया हूँ उन कुत्तों का जरूरत भी नहीं है मेरे चुनाव में आये। गठबंधन में रहते हुए मैं उन कुत्तों से दूरी बनाऊँगा ।
अभी नया नया बने नहीं हैं कि कमिशन खोरी शुरू कर दिया है एक एक चीज़ को उजागर करने जा रहा हूं मैं । दुश्मन भी मैं बड़ा रखता हूं लेकिन ये छोटा आदमी है इसीलिये खुलकर दुश्मनी नहीं कर रहा हूं। जरूरत पड़ेगा तो लात से भी मरूँगा । कुत्ता जायदा भौकने लगता है तो लात मारना पड़ता है। चुनाव के समय पैर पकडते थे चूहा के तरह अब गिदर के तरह करते हैं, उसका लेवल गिदर वाला ही रहेगा।
इशारा उनका लोजपा के सांसद राजेश वर्मा की तरफ था ।
कुछ ही देर में सांसद राजेश वर्मा का भी जबाब आ गया उन्होंने कहा

” मेरा नज़र अर्जुन के बाण के तरह विकास पर है तो इस तू -तू मे – मे के झमेले में रहेंगे तो लक्ष्य दूर हो जाएंगे । फिर राजेश वर्मा ने कहा उन्होंने बनिया समाज को भी गाली देने का काम किये हैं । राजनीति में मेरे से जायदा अनुभव उनके पास है इसके बाबजूद खुले मंच पर मुझे और एक समुदाय को गाली देते हैं। डॉ संजीव के शस्त्र वाले बयान पर उनका टिप्पणी था .
शस्त्र उठा लेंगे हस्तिनापुर बना देंगे तो अब शस्त्र उठाने का समय 2005 से पहले का था, अब शस्त्र नहीं शास्त्र उठाइये, शस्त्र का दौर खत्म हो गया है। यदि अब शस्त्र उठाएंगे तो जैसे पहले वाले लोग का अध्याय समाप्त हो गया था वैसे ही अध्याय समाप्त हो जायेगा। पढ़े लिखे लोगो की जरूरत है हम लोग खगड़िया को भय मुक्त खगड़िया बनायेंगे उसमे परबता विधानसभा भी आता है।
ज़मीन हरपने का जो काम है महिला रो रही है ऐसा कबतक चलेगा। कोई किसी को डरा के धमका के लंबी राजनीति नहीं कर सकता है। मैं किसी को प्रणाम करता हूं तो ये हमारे संस्कार हैं अगर किसी को ग़लतफ़हमी हो जाय कि चरण स्पर्श का मतलब हमसे भय खा रहा है तो वो बहुत ना समझ व्यक्ति है
आने वाले समय तल्खी कहा तक जाएगी ये देखने वाली बात है आप दियारा भूमि न्यूज पर जुड़कर खबर के साथ बने रह सकते हैं ।
