KHAGARIA CONGRESS: बिहार के खगड़िया जिले में कांग्रेस पार्टी की अंदरूनी कलह एक बार फिर सतह पर आ गई है। हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें कांग्रेस के जिला अध्यक्ष कुमार भानु प्रताप उर्फ गुड्डू पासवान और महिला प्रदेश महासचिव इशरत शेख के बीच तीखी नोकझोंक देखी जा सकती है। यह विवाद 22 मार्च को कांग्रेस कार्यालय, खगड़िया में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विरोध में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान हुआ।
क्या है वायरल वीडियो में?
वायरल वीडियो में गुड्डू पासवान को इशरत इशरत शेख को कार्यक्रम से बाहर जाने के निर्देश देते हुए सुना जा सकता है। उनका कहना था कि इशरत शेख को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया गया है, इसलिए उन्हें कार्यक्रम में रहने का अधिकार नहीं है।

इशरत शेख का आरोप: “सार्वजनिक रूप से किया गया अपमान”
पार्टी की प्रदेश पदाधिकारी महिला प्रदेश महासचिव इशरत शेख ने कार्यकारी जिलाध्यक्ष गुड्डू पासवान पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि गुड्डू पासवान संगठन में तानाशाही रवैया अपनाए हुए हैं और कार्यकर्ताओं के साथ दुर्व्यवहार कर रहे हैं।
KHAGARIA CONGRESS : संगठन में मनमानी और तानाशाही
इशरत शेख का कहना है कि कार्यकारी जिलाध्यक्ष पार्टी को अपनी निजी जागीर समझते हैं और संगठन में फूट डालकर शासन करने की नीति पर काम कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि जिलाध्यक्ष खासकर अल्पसंख्यक समुदाय और महिलाओं को आगे बढ़ते नहीं देख सकते।
इशरत शेख ने यह भी कहा कि गुड्डू पासवान SC/ST कानून का गलत फायदा उठाकर अपने विरोधियों को फंसाने की कोशिश कर रहे हैं। उनके अनुसार, कार्यकारी अध्यक्ष ने एक शिक्षिका मिनी कुमारी के माध्यम से उनके खिलाफ SC/ST केस करवाने की साजिश की।
महिला कार्यकर्ताओं से दुर्व्यवहार
इशरत शेख ने बताया कि पार्टी कार्यालय में उनके साथ अपमानजनक व्यवहार किया गया। उन्होंने दावा किया कि गुड्डू पासवान ने महिला जिला अध्यक्ष को उनके खिलाफ भड़काकर उनका अपमान करवाया। इसके अलावा, उनके समर्थकों को हिंसा के लिए उकसाया जाता है।
उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यालय में विरोधियों को अपने “चमचे” और “बेलचे” के माध्यम से मारपीट की धमकियाँ दिलवाई जाती हैं। इतना ही नहीं, पार्टी कार्यालय में खुलेआम उनके खिलाफ साजिशें रची जाती हैं, और जिलाध्यक्ष मूकदर्शक बने रहते हैं।
वीडियो प्रमाण जल्द आएगा सामने
इशरत शेख ने कहा कि उनके पास इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो भी मौजूद है, जिसे जल्द ही सार्वजनिक किया जाएगा। उन्होंने अपील की है कि कांग्रेस नेतृत्व इस मामले की निष्पक्ष जांच करे और दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई करे।
शरत शेख ने कहा कि गुड्डू पासवान का रवैया हिटलर जैसा है, जिससे संगठन के कार्यकर्ता असंतुष्ट हैं। उन्होंने कहा, “वे अध्यक्ष कम और सर कहलाना ज्यादा पसंद करते हैं, जिससे उनकी अंग्रेजी मानसिकता झलकती है।”

इशरत शेख ने पार्टी हाईकमान से मांग की है कि खगड़िया जिला कांग्रेस में व्याप्त तानाशाही को खत्म किया जाए और कार्यकर्ताओं को उचित सम्मान दिया जाए। उन्होंने कहा कि वह जल्द ही और पुख्ता प्रमाणों के साथ इस पूरे मामले की पोल खोलेंगी।
शरत शेख ने साफ कहा कि वह इस अन्याय के खिलाफ लड़ेगी और संगठन में लोकतंत्र की बहाली के लिए संघर्ष जारी रखेंगी।
गुड्डू पासवान की सफाई
इस पूरे विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए गुड्डू पासवान ने इशरत परवीन पर पार्टी अनुशासन का उल्लंघन करने और महिला कांग्रेस की जिला अध्यक्ष समेत अन्य कार्यकर्ताओं के साथ दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा—
“हमने उनसे सम्मानपूर्वक कहा कि चूंकि उन्हें पार्टी से निष्कासित किया जा चुका है, इसलिए वे कार्यक्रम छोड़ दें। इसमें कोई दुर्व्यवहार नहीं किया गया।”
अब देखना होगा कि कांग्रेस नेतृत्व इस मामले पर क्या कदम उठाता है और क्या गुड्डू पासवान पर लगे आरोपों की निष्पक्ष जांच होती है या नहीं? – DIARA BHUMI NEWS