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IIT BABA: एक इंजीनियर से संन्यासी बनने की अनसुनी कहानी और विवाद

IIT BABA
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IIT BABA : कुछ समय पहले तक, ‘आईआईटी बाबा’ नाम का कोई व्यक्ति सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय नहीं था। लेकिन अचानक, यह नाम सुर्खियों में छा गया। लोग जानना चाहते थे कि आईआईटी से पढ़ाई करने वाला एक युवक आखिर क्यों संन्यासी बन गया? क्या यह सच्चा वैराग्य है, या फिर इसके पीछे कोई और कहानी है?

इस ब्लॉग में हम आईआईटी बाबा उर्फ अभय सिंह के जीवन की कहानी, उनके विवादों और उनके फैसलों को करीब से समझने की कोशिश करेंगे।

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कौन हैं IIT BABA?

आईआईटी बाबा का असली नाम अभय सिंह है और वे हरियाणा के हिसार जिले के रहने वाले हैं। उन्होंने देश के सबसे प्रतिष्ठित संस्थानों में से एक, आईआईटी बॉम्बे से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में डिग्री प्राप्त की।

आईआईटी से ग्रेजुएशन के बाद उन्होंने एक नामी कंपनी में लाखों के पैकेज वाली नौकरी भी हासिल कर ली थी। लेकिन अचानक उन्होंने इस भौतिक दुनिया को त्यागने और संन्यासी बनने का फैसला कर लिया।

लेकिन सवाल उठता है – आखिर ऐसा क्या हुआ जो एक होनहार इंजीनियर ने सांसारिक सुख-सुविधाओं को छोड़कर संन्यास का रास्ता चुन लिया?


संन्यास का सफर: भौतिक जीवन से आध्यात्म की ओर

आईआईटी बाबा का कहना है कि उनके परिवार में काफी तनाव था। माता-पिता के झगड़े और घरेलू कलह के कारण उनका मन सांसारिक जीवन से उचट गया था।

इसके अलावा, उन्होंने अपने रिश्तों में भी असंतोष और पीड़ा महसूस की। उनकी चार साल की गर्लफ्रेंड थी, लेकिन उन्होंने शादी न करने का फैसला किया। उनका कहना है कि उन्होंने जीवन के असली मकसद को खोजने के लिए भौतिक मोह-माया को त्याग दिया।

उन्होंने धार्मिक ग्रंथों का अध्ययन किया और संन्यास की राह पकड़ ली। प्रयागराज महाकुंभ 2025 में वे अचानक चर्चा में आए, जब उन्होंने जूना अखाड़े में शामिल होने की इच्छा जताई।


आईआईटी बाबा की लोकप्रियता और मीडिया में चर्चा

आईआईटी बाबा की कहानी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गई। लोग आश्चर्यचकित थे कि एक आईआईटीयन, जिसने लाखों की नौकरी छोड़ी, अब गेरुआ वस्त्र पहनकर आध्यात्मिक उपदेश दे रहा है।

उनके इंटरव्यू यूट्यूब और न्यूज चैनलों पर धड़ाधड़ वायरल हुए। कुछ लोग उन्हें आधुनिक युग का बुद्ध कहा, तो कुछ ने उनकी नीयत पर सवाल उठाए।

लेकिन जहां प्रसिद्धि होती है, वहां विवाद भी आते हैं। आईआईटी बाबा भी इससे अछूते नहीं रहे।


आईआईटी बाबा से जुड़े विवाद

1. क्या वे असली संन्यासी हैं?

कई पारंपरिक संतों ने आईआईटी बाबा पर सवाल उठाए। उनका कहना था कि संन्यास का रास्ता इतना आसान नहीं होता और यह सिर्फ गेरुआ वस्त्र पहन लेने से नहीं आ जाता।

कुछ संतों ने आरोप लगाया कि आईआईटी बाबा का उद्देश्य सिर्फ सुर्खियों में आना है, न कि असली आध्यात्म की तलाश।

2. नोएडा में लाइव डिबेट के दौरान पिटाई

सबसे बड़ा विवाद तब खड़ा हुआ जब आईआईटी बाबा एक न्यूज चैनल की डिबेट में शामिल हुए। इस लाइव शो में, अचानक कुछ भगवा कपड़े पहने लोगों ने उन्हें घेर लिया और उन पर हमला कर दिया।

यह घटना कैमरे में कैद हो गई और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
लोगों का मानना था कि यह हमला उन संतों ने करवाया था, जो आईआईटी बाबा को नकली संन्यासी मानते थे।

3. उनकी गर्लफ्रेंड का मुद्दा

जब लोगों ने उनके पुराने जीवन के बारे में पड़ताल की, तो यह सामने आया कि आईआईटी बाबा की एक गर्लफ्रेंड थी। इस पर भी विवाद हुआ कि क्या संन्यास से पहले वे एक सामान्य जीवन जी रहे थे, या फिर यह सिर्फ एक दिखावा है?

4. गांजे के साथ पकड़े गए IIT BABA


आईआईटी बाबा का जवाब और सफाई

इन सभी विवादों के बीच, आईआईटी बाबा ने अपनी सफाई में कहा कि –

वे पूरी तरह से आध्यात्मिक मार्ग पर चलना चाहते हैं।
उनका अतीत चाहे जैसा रहा हो, लेकिन अब उनका मकसद लोगों को सच्ची शिक्षा देना है।
जो लोग उन पर संदेह कर रहे हैं, वे एक बार उनकी शिक्षाओं को समझने की कोशिश करें।

उन्होंने खुद पर हुए हमले को भी दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि वे किसी से बदला नहीं चाहते।


आईआईटी बाबा: असली संत या सिर्फ एक सोशल मीडिया सनसनी?

अब सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि क्या आईआईटी बाबा वास्तव में आध्यात्मिक पथ पर हैं, या फिर वे सिर्फ प्रसिद्धि चाहते हैं?

🔹 अगर वे वास्तव में संन्यासी बन चुके हैं, तो उन्हें संन्यास के नियमों का पालन करना चाहिए।
🔹 अगर वे सिर्फ मीडिया का ध्यान खींचने के लिए यह सब कर रहे हैं, तो जल्द ही लोग उन्हें नजरअंदाज कर देंगे।
🔹 संन्यास का रास्ता कठिन होता है और इसमें दिखावे की कोई जगह नहीं होती।

कई लोगों को लगता है कि आईआईटी बाबा सिर्फ सोशल मीडिया की देन हैं और वे जल्द ही गुमनाम हो जाएंगे। वहीं, उनके समर्थकों का मानना है कि वे एक नया अध्यात्मिक आंदोलन शुरू कर सकते हैं।


निष्कर्ष

आईआईटी बाबा की कहानी दिलचस्प भी है और रहस्यमय भी। एक आईआईटी ग्रेजुएट से संन्यासी बनने का सफर किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं लगता।

लेकिन क्या वे इस रास्ते पर टिके रहेंगे, या फिर यह सिर्फ एक ट्रेंडिंग फेज है? यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।

💬 आपका इस बारे में क्या विचार है? क्या आपको लगता है कि आईआईटी बाबा सही राह पर हैं? अपने कमेंट में जरूर बताएं! ⬇️😊

दियारा भूमि न्यूज

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