दुष्यंत यादव ,खगड़िया, Drug of pleasure : खगड़िया अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और मेहनती लोगों के लिए जाना जाता है, लेकिन आज यह कई सामाजिक चुनौतियों का सामना कर रहा है। इनमें से एक गंभीर समस्या है नशे का बढ़ता चलन, जिसमें “सूखा नशा” (गांजा), कोडीन सिरप, सॉल्यूशन (इंजेक्शन), और नींद की गोलियां जैसे 10T (ट्रामाडोल) शामिल हैं। खासतौर पर “जिंदगी की डोर तोड़ रहा टूटे खिलौनों को जोड़ने वाला सॉल्यूशन” युवाओं के बीच तेजी से फैल रहा है। यह लेख इन नशीले पदार्थों के प्रभाव, खगड़िया में इनके प्रसार, खासकर सॉल्यूशन के बढ़ते उपयोग, और संभावित समाधानों पर प्रकाश डालेगा।
सूखा नशा (Drug of pleasure) और अन्य नशीले पदार्थ क्या हैं?
1. सूखा नशा (गांजा)
- यह कैनबिस से बना पदार्थ सस्ता और आसानी से उपलब्ध है।
- इसे सिगरेट या हुक्के में इस्तेमाल किया जाता है और यह मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डालता है।
2. कोडीन सिरप
- खांसी की दवा के रूप में बिकने वाला यह सिरप नशे के लिए गलत तरीके से इस्तेमाल होता है।
- इसमें मौजूद कोडीन एक ओपिओइड है जो नशे की लत पैदा करता है।
3. सॉल्यूशन (इंजेक्शन और सुँघने वाला केमिकल)
- यह एक सस्ता नशीला पदार्थ है, जिसे पेथिडीन, फेंटानिल या अन्य सिंथेटिक ओपिओइड्स के रूप में मेडिकल उपयोग के लिए बनाया गया था।
- लेकिन अब यह नशे के लिए तस्करी के जरिए युवाओं तक पहुंच रहा है।
- इसे “टूटे खिलौनों को जोड़ने वाला” कहकर युवा अपनी जिंदगी की परेशानियों को भुलाने की कोशिश करते हैं, लेकिन यह उनकी जिंदगी की डोर को और कमजोर कर रहा है।
- 05 रुपये में फेविकोल का पाउच आसानी से उपलब्ध है, जिसे प्लास्टिक की पन्नी में डालकर सूंघा जाता है। यह नशा शरीर को सुन्न कर देता है और भूख को दबा देता है।
4. 10T (ट्रामाडोल)
- यह नींद की गोलियां और दर्द निवारक दवाएं हैं, जिन्हें नशे के लिए ओवरडोज में लिया जा रहा है।
- इनके अधिक सेवन से गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
ये सभी पदार्थ सस्ते होने और आसानी से मिलने के कारण खगड़िया में लोकप्रिय हो रहे हैं।
सॉल्यूशन (इंजेक्शन) : एक खतरनाक नशा
सॉल्यूशन, जिसे आमतौर पर इंजेक्शन के रूप में इस्तेमाल किया जाता है, खगड़िया के युवाओं के बीच एक खतरनाक ट्रेंड बन गया है। यह नशीला पदार्थ मेडिकल क्षेत्र में गंभीर दर्द को कम करने के लिए इस्तेमाल होता है, लेकिन नशे की लत के कारण इसे अवैध रूप से बाजार में बेचा जा रहा है।
- इसका प्रभाव तेजी से होता है, जिससे यह और भी आकर्षक बन जाता है।
- इसे शरीर में इंजेक्ट करने के बाद तुरंत नशा मिलता है, लेकिन इसका ओवरडोज जानलेवा हो सकता है।
- खगड़िया के कई इलाकों में इसे सुई और सिरिंज के जरिए लेने की आदत बढ़ रही है, जिससे हेपेटाइटिस और HIV जैसी संक्रामक बीमारियों का खतरा भी बढ़ गया है।
- युवा इसे “सस्ता और तुरंत असर करने वाला नशा” मानते हैं, लेकिन यह उनकी जिंदगी को धीरे-धीरे खत्म कर रहा है।
खगड़िया में इनका बढ़ता चलन
2016 में बिहार में शराबबंदी लागू होने के बाद, लोगों ने वैकल्पिक नशे की ओर रुख कर लिया।
- गांजा ग्रामीण इलाकों में ज्यादा प्रचलित है।
- कोडीन सिरप, सॉल्यूशन और 10T शहरी और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में युवाओं के बीच तेजी से फैल रहे हैं।
- युवाओं में सस्ते नशे की लत तेजी से बढ़ रही है, खासकर सॉल्यूशन, जिसे वे अपनी टूटी उम्मीदों को जोड़ने का जरिया मानते हैं।
- दवा दुकानों पर बिना प्रिस्क्रिप्शन इनका मिलना और तस्करी के जरिए आपूर्ति इस समस्या को बढ़ा रही है।
- बेरोजगारी, तनाव और सामाजिक दबाव भी इसके लिए जिम्मेदार हैं।
समाज और स्वास्थ्य पर प्रभाव
इन नशीले पदार्थों का दुष्प्रभाव गंभीर है:
- गांजा: मानसिक स्वास्थ्य पर असर, जैसे चिंता और स्मृति हानि।
- कोडीन सिरप: सांस लेने में तकलीफ, लीवर खराब होना और लत।
- सॉल्यूशन: ओवरडोज से मौत का खतरा, गहरी लत, और सुई के इस्तेमाल से संक्रामक बीमारियां।
- 10T (ट्रामाडोल): नींद की गोलियों का दुरुपयोग नशे की लत और बेहोशी का कारण बन रहा है।
ये नशे युवाओं को पढ़ाई और करियर से दूर कर रहे हैं। सॉल्यूशन जैसे पदार्थ, जो क्षणिक राहत देने का वादा करते हैं, असल में उनकी जिंदगी की डोर को तोड़ रहे हैं। अपराध में वृद्धि, जैसे चोरी और तस्करी, भी इनके साथ जुड़ी है। परिवार टूट रहे हैं, और सामाजिक एकता कमजोर हो रही है।
क्या है समाधान?
इस संकट से निपटने के लिए ठोस कदम जरूरी हैं:
- जागरूकता अभियान: स्कूलों और गांवों में नशे के खतरों, खासकर सॉल्यूशन और सस्ते नशे की लत के बारे में बताया जाए।
- सख्त कानून: दवा दुकानों पर प्रिस्क्रिप्शन के बिना बिक्री पर रोक और तस्करी पर कड़ी कार्रवाई।
- रोजगार और मनोरंजन: युवाओं के लिए नौकरी के अवसर और खेल-कूद जैसी गतिविधियां बढ़ाई जाएं ताकि वे नशे की ओर न मुड़ें।
- पुनर्वास केंद्र: नशे की लत से छुटकारा दिलाने के लिए काउंसलिंग और इलाज की सुविधा, विशेष रूप से सॉल्यूशन की लत के लिए।
- सामुदायिक सहयोग: परिवार और समाज मिलकर युवाओं को सही दिशा दिखाएं।
निष्कर्ष
सूखा नशा, कोडीन सिरप, सॉल्यूशन और 10T जैसी नींद की गोलियां खगड़िया के लिए एक गंभीर खतरा बन चुकी हैं। “जिंदगी की डोर तोड़ रहा टूटे खिलौनों को जोड़ने वाला सॉल्यूशन” और युवाओं में तेजी से बढ़ रही सस्ते नशे की लत न केवल व्यक्तिगत जीवन को बर्बाद कर रही है, बल्कि समाज को भी खोखला कर रही है। यह सिर्फ कानून का नहीं, बल्कि सामाजिक और नैतिक जिम्मेदारी का सवाल है। अगर इसे रोका न गया, तो यह खगड़िया की भावी पीढ़ियों को नष्ट कर सकता है। सरकार, समाज और परिवारों को मिलकर “नशा मुक्त खगड़िया” का सपना साकार करना होगा।
आइए, इस दिशा में कदम उठाएं और एक स्वस्थ समाज का निर्माण करें! – दियारा भूमि न्यूज