BELDOUR NEWS: बेलदौर में पत्रकारिता के नाम पर दलाली का खुला खेल
BELDOUR NEWS: बेलदौर प्रखंड के प्रशासनिक कार्यालयों में इन दिनों एक नई विकृति सामने आ रही है। जिन पत्रकारों का कर्तव्य सत्य और जनहित की बात को सामने लाना होता है, वहीं कुछ स्वयंभू पत्रकार बेलदौर में दलाली और डर का हथियार बनाकर अफसरशाही को प्रभावित करने में लगे हुए हैं।
ब्लॉक ऑफिस हो या स्थानीय थाना, कई तथाकथित पत्रकार प्रशासनिक कामों में दखल देने लगे हैं। ये लोग ‘पत्रकारिता का डर’ दिखाकर अधिकारियों से अपने मन मुताबिक कार्य करवाने की कोशिश करते हैं, और ऐसा नहीं होने पर सोशल मीडिया या लोकल पेपर में ‘फर्जी खबर’ छापने की धमकी दी जाती है।
BELDOUR NEWS : पत्रकारिता नहीं, ब्लैकमेलिंग का खेल
सूत्रों के मुताबिक, कुछ लोग तो ₹200 में खबर छापने की भी डील करते हैं। ऐसे में असली पत्रकारिता और दलाली में फर्क करना आम जनता के लिए मुश्किल होता जा रहा है। इसका नतीजा यह हो रहा है कि आम जनता की असली समस्याएं दब जाती हैं और झूठी खबरों का बाजार गर्म रहता है।
जिलाधिकारी से सख्त कदम की मांगहित में उठी मांग:
इस विकट स्थिति को देखते हुए जनप्रतिनिधियों और स्थानीय समाजसेवियों ने जिला पदाधिकारी से गुहार लगाई है कि वे बेलदौर में मौजूद ऐसे भ्रष्ट और दलाल प्रवृत्ति के पत्रकारों की जांच करवाएं। साथ ही, जिन अधिकारी-कर्मचारियों पर इस तरह का अनैतिक दबाव बनाकर काम करवाया जा रहा है, उन्हें भी सुरक्षा और प्रशासनिक समर्थन मिले।
- बेलदौर में कार्यरत सभी पत्रकारों की प्रेस मान्यता की पुनः जांच की जाए
- जो बिना मान्यता पत्रकारिता का दुरुपयोग कर रहे हैं, उन पर कानूनी कार्रवाई की जाए
- ब्लॉक और थाना को ऐसी दलाल गतिविधियों से मुक्त कराया जाए
न्यायप्रिय पत्रकारों की छवि को हो रहा नुकसान
एक ओर जहाँ सच्चे और निष्ठावान पत्रकार जनता की आवाज़ बनकर कार्य कर रहे हैं, वहीं कुछ दलाल प्रवृत्ति के लोगों की वजह से पूरी पत्रकार बिरादरी की छवि पर दाग लग रहा है। ऐसे में ज़रूरत है कि बेलदौर प्रखंड में पत्रकारों की सत्यता की जांच हो, प्रेस मान्यता सूची का पुनरावलोकन हो और अवैध ढंग से सक्रिय लोगों पर कठोर कार्रवाई हो।