Bihar IIMR ।। बिहार से मक्का अनुसंधान केंद्र शिफ्ट करने पर बवाल, तेजस्वी यादव ने NDA सरकार को घेरा
Bihar IIMR ।।बिहार के बेगूसराय स्थित भारतीय मक्का अनुसंधान संस्थान (IIMR) के क्षेत्रीय मक्का अनुसंधान एवं बीज उत्पादन केंद्र को कर्नाटक के शिवमोग्गा स्थानांतरित करने के केंद्र सरकार के फैसले पर विपक्ष ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इसे बिहार और किसानों के खिलाफ साजिश करार देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और NDA सरकार पर बड़ा हमला बोला है।
सरकारी पत्र से हुआ खुलासा
इस संबंध में कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा सांसद बी.वाई. रघवेंद्र को लिखे गए आधिकारिक पत्र से यह स्पष्ट हुआ कि बेगूसराय स्थित IIMR का क्षेत्रीय केंद्र अब कर्नाटक के शिवमोग्गा में स्थानांतरित किया जा रहा है। पत्र के अनुसार, यह स्थानांतरण XVII वित्त आयोग (2021-22 से 2025-26) की योजना के तहत किया गया है।

तेजस्वी यादव का NDA पर हमला
तेजस्वी यादव ने इस फैसले को बिहार के साथ अन्याय बताते हुए कहा:
“बिहार के किसान तमाम मुश्किलों के बावजूद देश में सबसे ज्यादा मक्का उत्पादन करते हैं, लेकिन मोदी सरकार ने उनके साथ विश्वासघात किया है। पूर्णिया, कटिहार, भागलपुर, मधेपुरा, सहरसा, खगड़िया और समस्तीपुर जैसे जिलों के किसानों की आय का मुख्य स्रोत मक्का की खेती है। ऐसे में अनुसंधान केंद्र को बिहार से बाहर ले जाना किसान विरोधी और बिहार विरोधी फैसला है। NDA सरकार को इसका जवाब देना होगा।”
उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और NDA के अन्य घटक दलों पर भी हमला बोलते हुए कहा,
“NDA की सरकार बिहार में कोई नया संस्थान स्थापित करने में असमर्थ है, बल्कि पहले से मौजूद संस्थानों को भी खत्म कर रही है।”
बेगूसराय के सांसद पर भी निशाना
तेजस्वी यादव ने बेगूसराय के सांसद और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह पर भी निशाना साधते हुए कहा,
“जो सांसद दिन-रात हिंदू-मुस्लिम की राजनीति में व्यस्त रहते हैं, उन्हें बिहार के किसानों से जुड़े इस गंभीर मुद्दे पर शर्म आनी चाहिए।”
बिहार में सियासी घमासान तेज
बेगूसराय से मक्का अनुसंधान केंद्र के स्थानांतरण को लेकर बिहार में सियासी घमासान मचा हुआ है। विपक्ष लगातार इस मुद्दे को उठा रहा है, जबकि केंद्र सरकार की ओर से अभी तक इस पर कोई विस्तृत प्रतिक्रिया नहीं आई है। बिहार के किसानों में भी इस फैसले को लेकर नाराजगी देखी जा रही है। अब देखना यह होगा कि केंद्र सरकार अपने इस फैसले पर पुनर्विचार करती है या नहीं। – दियारा भूमि न्यूज़